कोई न कोई बीमारी उसे हमेशा घेर रखती हे दवाइयों का वह अलग-अलग ढेर रखती है कोई न कोई बीमारी उसे हमेशा घेर रखती हे दवाइयों का वह अलग-अलग ढेर रखती है
बनाया था साथी दर्द का सबब बन गया, दर्द का। बनाया था साथी दर्द का सबब बन गया, दर्द का।
डाo रमेश कुमार; हिंदी अनुवाद: मोहनजीत कुकरेजा डाo रमेश कुमार; हिंदी अनुवाद: मोहनजीत कुकरेजा
मेहनत से भारत का नया इतिहास तय करो। मेहनत से भारत का नया इतिहास तय करो।
आओ मिलकर सब कचरा साफ करें प्रकृति को फिर से खुबसूरत करें। आओ मिलकर सब कचरा साफ करें प्रकृति को फिर से खुबसूरत करें।
लोग दुकान की तरह बना लिए जिंदगी अपनी, जहाँ सब कुछ मिल जाता है बहुत ही वाजिब दाम में, लोग दुकान की तरह बना लिए जिंदगी अपनी, जहाँ सब कुछ मिल जाता है बहुत ही व...